Motivational Shayari

rahat indori shayari in hindi | राहत इंदौरी शायरी

दोस्तों आज हम आप से उस बंदे की बात करेंगे जो Rahat Indori के नाम से प्रसित है ये राहत इंदौरी जी उर्दू जगत के महान है दोस्तों राहत इंदौरी का जन्म जनवरी में 1950 में इंदौर, मध्य प्रदेश में हुआ था दोस्तों आज हम कुछ इनकी कुछ मशहूर शायरी की बात करेंगे

ये भी पढ़े 

  1. Happy Mahashivratri Shayari in Hindi 2023, शुभ महाशिवरात्रि शायरी
  2. VERY ROMANTIC SHAYARI FROM BOLLYWOOD hindi song – MOST TOUCHING ROMANTIC LINES IN HINDI

 

Rahat Indori Shayari In Hindi

 

अब हम मकान में ताला लगाने वाले हैं,
पता चला हैं की मेहमान आने वाले हैं||

 

बीमार को मरज़ की दवा देनी चाहिए
मैं पीना चाहता हूँ पिला देनी चाहिए

राहत इंदौरी

 

आँखों में पानी रखों, होंठो पे चिंगारी रखो
जिंदा रहना है तो तरकीबे बहुत सारी रखो

rahat indori shayari in hindi | राहत इंदौरी शायरी
rahat indori shayari in hindi | राहत इंदौरी शायरी

हम से पहले भी मुसाफ़िर कई गुज़रे होंगे,
कम से कम राह के पत्थर तो हटाते जाते!!

 

बोतलें खोल कर तो पी बरसों
आज दिल खोल कर भी पी जाए

 

bewafa rahat indori shayari in hindi

 

हाथ ख़ाली हैं तेरे शहर से जाते जाते,
जान होती तो मेरी जान लुटाते जाते,
अब तो हर हाथ का पत्थर हमें पहचानता है,
उम्र गुज़री है तेरे शहर में आते जाते।

कॉलेज के सब बच्चे चुप हैं काग़ज़ की इक नाव लिए
चारों तरफ़ दरिया की सूरत फैली हुई बेकारी है

 

उसकी याद आई हैं साँसों ज़रा धीरे चलो
धड़कनो से भी इबादत में खलल पड़ता हैं

ये भी पढ़े 

राहत इन्दौरी

 

बहुत ग़ुरूर है दरिया को अपने होने पर
जो मेरी प्यास से उलझे तो धज्जियाँ उड़ जाएँ

~ Rahat Indori

 

दोस्ती जब किसी से की जाए
दुश्मनों की भी राय ली जाए

~ Rahat Indori

 

मुझसे पहले वो किसी और की थी, मगर कुछ शायराना चाहिये था,
चलो माना ये छोटी बात है, पर तुम्हें सब कुछ बताना चाहिये था|

~राहत इंदौरी शायरी~

फूंक डालुंगा मैं किसी रोज दिल की दुनिया
ये तेरा खत तो नहीं है जो जला ना सकूं

 

किसने दस्तक दी ये दिल पर
कौन है आप तो अंदर है, ये बाहर कौन है.

 

यहां दरिया पे पाबंदी नहीं है,
मगर पहरे लबों पे लग रहे हैं.

 

मैंने अपनी आँखों से लहू छलका दिया
एक समन्दर कह रहा है मुझे पानी चाहिए

~राहत इंदौरी की शायरी~

इरादा था कि में कुछ देर तुफानो का मजा लेता
मगर बेचारे दरिया को उतर जाने की जल्दी थी

 

अब ना मैं हूँ, ना बाकी हैं ज़माने मेरे​
फिर भी मशहूर हैं शहरों में फ़साने मेरे​
ज़िन्दगी है तो नए ज़ख्म भी लग जाएंगे​
अब भी बाकी हैं कई दोस्त पुराने मेरे

 

मेरी ख्वाहिश है कि आंगन में न दीवार उठे
मेरे भाई, मेरे हिस्से की जमीं तू रख ले
कभी दिमाग, कभी दिल, कभी नजर में रहो
ये सब तुम्हारे घर हैं, किसी भी घर में रहो

 

डॉ राहत इंदौरी के 22 बेहतरीन शेर

 

फूक़ डालूगा मैं किसी रोज़ दिल की दुनिया
ये तेरा ख़त तो नहीं है की जला भी न सकूं।

कही अकेले में मिलकर झंझोड़ दूँगा उसे
जहाँ जहाँ से वो टूटा है जोड़ दूँगा उसे
मुझे वो छोड़ गया ये कमाल है उस का
इरादा मैंने किया था की छोड़ दूँगा उसे।

 

जा के ये कह दो कोई शोलो से, चिंगारी से
फूल इस बार खिले है बड़ी तय्यारी से
बादशाहों से भी फेंके हुए सिक्के ना लिए
हमने ख़ैरात भी माँगी है तो ख़ुद्दारी से।

 

प्यास तो अपनी सात समन्दर जैसी थी,
ना हक हमने बारिश का अहसान लिया।

~राहत इंदौरी का शायरी~

मैंने दिल दे कर उसे की थी वफ़ा की इब्तिदा
उसने धोखा दे के ये किस्सा मुकम्मल कर दिया
शहर में चर्चा है आख़िर ऐसी लड़की कौन है
जिसने अच्छे खासे एक शायर को पागल कर दिया।

 

मज़ा चखा के ही माना हूँ मैं भी दुनिया को
समझ रही थी की ऐसे ही छोड़ दूंगा उसे।

उस की याद आई है, साँसों ज़रा आहिस्ता चलो
धड़कनो से भी इबादत में ख़लल पड़ता है।

हर एक हर्फ का अन्दाज बदल रक्खा है
आज से हमने तेरा नाम ग़ज़ल रक्खा है
मैंने शाहों की मोहब्बत का भरम तोड़ दिया
मेरे कमरे में भी एक ताजमहल रक्खा है।

~राहत इंदौरी शायरी हिंदी 4 लाइन~

कभी महक की तरह हम गुलों से उड़ते हैं,
कभी धुए की तरह परबतों से उड़ते हैं,
ये कैंचियाँ हमें उड़ने से ख़ाक रोकेंगी,
के हम परों से नहीं हौसलों से उड़ते हैं…

शायरी राहत इंदौरी

तूफ़ानों से आँख मिलाओ, सैलाबों पे वार करो
मल्लाहों का चक्कर छोड़ो,
तैर के दरिया पार करो
फूलों की दुकानें खोलो,
ख़ुशबू का व्यापार करो
इश्क़ ख़ता है तो ये ख़ता
एक बार नहीं सौ बार करो।

ये भी पढ़े 

 

दोस्तों उम्मीद करता हूं कि आपको मेरी शायरी का ये ब्लॉग बहुत अच्छा लगा होगा अगर अच्छा लगा हो तो उसको शेयर करें

 

Show More

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button